स्व. देवदास बंजारे, अंतर्राष्ट्रीय पंथी नर्तक, आधुनिक पंथी नृत्य के प्रमुख शिल्पी का जन्म 1 जनवरी 1947 को ग्राम सॉकरा, तहसील-धमतरी, जिला रायपुर में हुआ। जन्मदाता पिता श्री बोधराम गेंडरे, पालनकर्ता पिता श्री फूल सिंह बंजारे माता श्रीमती भागवती बाई एवं पत्नी श्रीमती रामबाई बंजारे तथा पुत्र श्री दिलीप कुमार बंजारे, श्री संतोष कुमार बंजारे संयुक्त परिवार के साथ ग्राम धनोरा, थाना उतई, जिला दुर्ग के निवासी थे। प्रदर्शनकारी लोक कला एवं पंथी नृत्य के माध्यम से सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन करना एवं गीत के माध्यम से दलित, पीड़ित, शोषित जाति के लोगों में आत्म सम्मान जागृत करना एवं राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मंचों के माध्यम से जन जागरण का कार्य किया गया। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में लंदन, पेरिस, जर्मनी, फ्रांस, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा आदि राज्यों में जाकर पंथी नृत्य एवं गीत के माध्यम से भारतीय कला एवं संस्कृति को विदेशों में प्रसारित करना, विदेशी कलाकारों के साथ कला का आदान प्रदान करना । मार्च 1972 में गिरौधपुरी मेले के कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश द्वारा स्वर्ण पदक, सन् 1975 में राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित एवं वर्ष 2000-2001 में दाऊ महासिंग चंद्राकर सम्मान, सन् 1997 में गृहमंत्री श्री चरण दास महंत द्वारा सम्मानित किया गया। आपका आकास्मिक निधन 26 अगस्त 2005 को सड़क दुर्घटना में हुआ। जन-चेतना जगाने और ग्रामीणों में उनके मौलिक अधिकारों के प्रति जागृति उत्पन्न करने के प्रेरक कार्यो को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने उनकी स्मृति में छत्तीसगढ़ की लोक शैली पर आधारित प्रदर्शनकारी पंथी नृत्य के क्षेत्र में प्रतिभागियों / संस्थाओं को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय "देवदास बंजारे स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार" स्थापित किया है।